142 साल पुराना morbi suspension bridge मरम्मत के मात्र 5 दिन बाद ही गिरा
कई इतिहास को समेटे हुए था मच्छु नदी पर बना 142 साल पुराना morbi suspension bridge
कई इतिहास को समेटे हुए था मच्छु नदी पर बना 142 साल पुराना morbi suspension bridge
morbi suspension bridge collapse
morbi suspension bridge गुजरात के प्रमुख टूरिस्ट प्लेस में से था एक। हवा में झूलता ऋषिकेश के राम और लक्ष्मण झूले जैसा था यह पुल। पुल पर जाने के लिए लगती थी मात्र 15 रुपये फीस।
morbi suspension bridge गुजरात के प्रमुख टूरिस्ट प्लेस में से था एक। हवा में झूलता ऋषिकेश के राम और लक्ष्मण झूले जैसा था यह पुल। पुल पर जाने के लिए लगती थी मात्र 15 रुपये फीस।
मोरबी में मच्छु नदी पर बने इस पुल का निर्माण वर्ष 1880 में हुआ था पूर्ण. इसका उद्घाटन मुंबई के गवर्नर रिचर्ड टेम्पल ने किया था. उस वक्त इसे बनाने में करीब 3.5 लाख रुपये हुए थे खर्च.
मोरबी में मच्छु नदी पर बने इस पुल का निर्माण वर्ष 1880 में हुआ था पूर्ण. इसका उद्घाटन मुंबई के गवर्नर रिचर्ड टेम्पल ने किया था. उस वक्त इसे बनाने में करीब 3.5 लाख रुपये हुए थे खर्च.
रविवार को गुजरात के morbi suspension bridge गिरने से करीब 141 लोगों की हुयी मौत। 100 से ज्यादा लोग हुए घायल। अब भी कई लोग है लापता, जिनकी तलाश जारी है.
रविवार को गुजरात के morbi suspension bridge गिरने से करीब 141 लोगों की हुयी मौत। 100 से ज्यादा लोग हुए घायल। अब भी कई लोग है लापता, जिनकी तलाश जारी है.
6 महीने की मरम्मत के बाद 25 अक्टूबर को खोला गया था morbi suspension bridgeहादसे के वक्त ब्रिज पर मौजूद थे 500-700 लोग। जबकि इस पुल की क्षमता 100 लोगों की थी।
6 महीने की मरम्मत के बाद 25 अक्टूबर को खोला गया था morbi suspension bridgeहादसे के वक्त ब्रिज पर मौजूद थे 500-700 लोग। जबकि इस पुल की क्षमता 100 लोगों की थी।
पुल की मरम्मत पर हुए थे करीब 2 करोड़ रुपये खर्च।पुल की मेंटिनेंस की जिम्मेदारी वर्तमान में ओधवजी पटेल के स्वामित्व वाले ओरेवा ग्रुप के पास है।
पुल की मरम्मत पर हुए थे करीब 2 करोड़ रुपये खर्च।पुल की मेंटिनेंस की जिम्मेदारी वर्तमान में ओधवजी पटेल के स्वामित्व वाले ओरेवा ग्रुप के पास है।