जल महल का इतिहास काफी अस्पष्ट है क्योंकि आज तक यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि वास्तव में महल का निर्माण क्यों करवाया गया था। कहा जाता है कि जल महल का निर्माण महाराजा सवाई प्रताप सिंह ने वर्ष ई.स1750 या फिर ई.स1799 में बतख के शिकार के लिए यह होटल( Jal Mahal Hotel Jaipur ) के रूप में निर्माण करवाया था।
1596 ई. में गंभीर अकाल पडने पर शासक ने पानी की कमी को दूर करने के लिए बांध का निर्माण करवाया था। कुछ समय के लिये बने इस डैम को 17 वी शताब्दी में पत्थरो का बनाया गया। और आज यह डैम तक़रीबन 300 मीटर (980 फीट) लंबा और 28.5-34.5 मीटर (94-113 फीट) गहरा है। पानी बहाने के लिये आतंरिक 3 गेट का निर्माण भी किया गया है, ताकि जरुरत पड़ने पर खेती के लिये पानी को स्थानांतरित किया जा सके।